भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव चरम पर पहुंच गया है। हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंक के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत PoJK और पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इसके बाद पाकिस्तान ने सीजफायर की मांग की है, जिसे कई विशेषज्ञ घुटने टेकना करार दे रहे हैं।
इसी कड़ी में अमेरिका के पूर्व पेंटागन अधिकारी माइकल रुबिन ने ANI को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क और उसकी नाकामी पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत की कार्रवाई ने दुनिया का ध्यान एक बार फिर से पाकिस्तान की आतंकी संरचना की तरफ मोड़ दिया है।
🇮🇳 भारत की सर्जिकल स्ट्राइक से हिल गया पाकिस्तान
माइकल रुबिन ने कहा, “भारत ने पहलगाम हमले के बाद जितनी तेजी से और सटीक तरीके से ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, उसने दुनिया को यह बता दिया कि भारत अब हर हमले का जवाब देगा – और वह भी दुगनी ताकत से।” उन्होंने आगे बताया कि भारतीय वायुसेना की कार्रवाई में PoJK में आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप, लॉन्चपैड और हथियार डिपो तबाह कर दिए गए।
🕵️♂️ पाकिस्तान की पोल: ISI अफसर शामिल थे अंतिम संस्कार में
माइकल रुबिन ने ANI से बातचीत में खुलासा किया कि मारे गए आतंकियों के अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारी वर्दी में शामिल हुए। यह इस बात का पुख्ता सबूत है कि पाकिस्तान की सेना और आतंकी संगठनों में कोई फर्क नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि “अब दुनिया पाकिस्तान से सवाल पूछेगी कि आतंकवादियों को पालना उसकी नीति का हिस्सा क्यों है?”
🏆 भारत की दोहरी जीत: सैन्य भी, कूटनीतिक भी
माइकल रुबिन ने भारत की सफलता को दोहरा वार बताया – एक सैन्य जीत और दूसरी कूटनीतिक।
“भारत ने न केवल अपने दुश्मनों को खत्म किया बल्कि वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान की सच्चाई उजागर कर दी। अब संयुक्त राष्ट्र से लेकर यूरोपीय यूनियन तक सबकी निगाहें पाकिस्तान की आतंकी भूमिका पर हैं।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब खुद को दुनिया के सामने सही ठहराने की स्थिति में नहीं है, और उसकी रणनीति पूरी तरह से विफल हो चुकी है।
😨 पाकिस्तान सदमे में है, दुम दबाकर भागा
माइकल रुबिन ने पाकिस्तान की मानसिक स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा,
“पाकिस्तान अब सदमे की स्थिति में है। उसने युद्ध की शुरुआत की, लेकिन जवाब भारत से ऐसा मिला कि उसे सीजफायर के लिए दौड़ना पड़ा। यह वही देश है जो खुद को परमाणु शक्ति कहता है, लेकिन बात जब मुकाबले की आई तो डरकर भाग खड़ा हुआ।”
निष्कर्ष:
भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अब वह आतंकी हमलों पर चुप नहीं बैठेगा, बल्कि सीधे जवाब देगा – सीमा पार तक जाकर। पाकिस्तान की हारी हुई चालें और झूठ अब दुनिया के सामने हैं।
माइकल रुबिन जैसे विदेशी विशेषज्ञों के बयान यह दर्शाते हैं कि भारत की सर्जिकल स्ट्राइक न सिर्फ सैन्य जीत थी, बल्कि यह एक बड़ा कूटनीतिक संदेश भी था – कि भारत अब न आतंक सहेगा, न चुप रहेगा।